हमारा निर्भय मेवाड़ @सलूम्बर।
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में दिशा देने वाली एक ऐतिहासिक पहल के अंतर्गत अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (एबीआरएसएम) के तत्वावधान एवं राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) की सहयोग से 1 सितम्बर 2025 को सलूम्बर जिले के सभी विद्यालयों में “हमारा विद्यालय –हमारा स्वाभिमान” कार्यक्रम का आयोजन किया गया यह अभियान “हमारा विद्यालय –हमारा तीर्थ” की व्यापक परिकल्पना के अंतर्गत चलाया गया जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को शैक्षिक उत्थान नैतिक मूल्य और राष्ट्र निर्माण के लिए सामूहिक संकल्प लेने हेतु प्रेरित करना था।
राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) जिले सलूम्बर के 61939 छात्र- छात्रा 4328 अध्यापक-अध्यापिका तथा 2399 एसएमसी और एसडीएमसी सदस्यों सहित अभि भावको ने संकल्प लिया। ये संकल्प अपने विद्यालय पर गर्व करने,समग्र विकास के प्रति समर्पण, भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता और राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व को रेखांकित करेंगे। यह विश्व का पहला ऐसा अभियान है जिसे किसी शिक्षकों के संगठन द्वारा प्रारम्भ किया गया है। एबीआरएसएम, जो किंडरगार्डन से लेकर विश्वविद्यालयों तक शिक्षा के सम्पूर्ण क्षेत्र में सक्रिय एक प्रमुख शिक्षकों का संगठन है, इस पहल को वास्तव में अद्वितीय और समावेशी बनाता है। जिला अध्यक्ष अम्बा लाल खटिक ने बताया कि यह अभियान मात्र एक आयोजन नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर और मूल्य-आधारित भारत के निर्माण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। प्रत्येक विद्यालय को ‘तीर्थ’ मानकर हम उस प्राचीन परम्परा को पुनर्जीवित कर रहे हैं, जहाँ शिक्षा का अर्थ चरित्र निर्माण और समाज सेवा से था,1 सितम्बर को लिया गया यह सामूहिक संकल्प विद्यार्थियों और शिक्षकों में गर्व, उत्तरदायित्व और समर्पण की भावना जगाएगा तथा उन्हें विकसित भारत 2047 की परिकल्पना की ओर अग्रसर करेगा। राजस्थान में इस अभियान को संचालित कर रहे राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के अध्यक्ष रमेश चंद पुष्करणा ने कहा कि यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) की उस भावना को दर्शाती है जिसमें शैक्षणिक प्रगति के साथ-साथ चरित्र निर्माण पर भी बल दिया गया है। विद्यालयों को शिक्षा और सेवा के पवित्र स्थल मानकर एबीआरएसएम गुरु-शिष्य परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहता है और विद्यार्थियों को आधुनिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना चाहता है,1 सितम्बर का यह आयोजन भारत की समृद्ध शैक्षिक धरोहर को प्रदर्शित करने का भी एक सशक्त मंच बनेगा, जहाँ विद्यालय केवल पाठन-पाठन के केंद्र ही नहीं बल्कि सामूहिक गर्व और उत्तरदायित्व के प्रतीक बनेंगे। पाँच लाख से अधिक विद्यालयों और करोड़ों विद्यार्थियों व लाखों शिक्षकों की भागीदारी के साथ यह स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे बड़े शैक्षिक उन्नयन का आधार बनेगा। इस अभियान को सफल बनाने हेतु राजस्थान शिक्षक संघ जिला सलूम्बर के कृष्णकांत पानेरी,हिमांशु भट्ट जिला संगठन मंत्री, कृष्णा काबरा महिला जिला संगठन मंत्री देवीलाल मेहता कन्हैयालाल सेवक नरेंद्र पटेल हरीशचंद्र सिंह गजेंद्र चौबिसा नरेश चाष्टा हीरा लाल कलाल रमेशचंद्र पटेल भंवरलाल सुथार अमरलाल पटेल दिनेश चौबिसा लक्ष्मण लाल मीना किशन लाल खटिक कारुलाल मीना अनिल जैन मुकेश चाष्टा मांगीलाल मीना रमा कांत सकरावत मिलन उपाध्याय जितेंद्र खेतावत रमेश पूरी भेरू लाल मीना सहित जिला व उपशाखा कार्य कारिणी के सदस्य एवं शिक्षक संघ के सभी कार्यकर्ताओं, शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारियों, सरकारी एवं निजी विद्यालयों के शिक्षकों और विद्यार्थियों, अभिभावकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं मिड डे मील सहायक का इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लेने और इसे एक सफलतम कार्यक्रम बनाने के लिए राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय जिला सलूम्बर की और से धन्यवाद ज्ञापित किया। यह जानकारी जिला मीडिया प्रभारी नरेश चाष्टा ने दी








