प्रवीण उस्ता –
हमारा निर्भय मेवाड़ @
सलूम्बर। जिले में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजलक्ष्मी गहलोत ने जिले के लसाडिया क्षेत्र में रविवार को विभिन्न नदी,पुलियों एवं तालाबों का निरीक्षण किया।उन्होनें अधिकारियों के साथ फील्ड में जाकर अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों और विभिन्न कार्यों का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश प्रदान किए। निरीक्षण के दौरान पानी की आवक तथा आमजन की सुरक्षा और वहां नियुक्त कार्मिकों की उपस्थिति की जांच की। साथ ही उन्होंने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से भी संवाद कर उनके सुझाव लिए।
जिले में हुई अतिवृष्टि के कारण हानि, फसल खराबा, आवास संबंधित हानि, पशु क्षति की जानकारी लेकर कहा कि लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर जर्जर भवनों, कच्चे मकानों का विशेष ध्यान रखें तथा पटवारी एवं ग्राम विकास अधिकारी फील्ड में जाकर समय-समय पर मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि हमारी सतर्कता से जनहानि को बचाया जा सकता है, इसलिए पूर्णतः जिम्मेदारी से कार्य करें। कृषि एवं राजस्व विभाग को निर्देश दिए कि खराब हुई फसलों की गिरदावरी समयबद्ध एवं पारदर्शी तरीके से पूर्ण की जाए ताकि किसानों को शीघ्र मुआवजा एवं फसल बीमा का लाभ मिल सके।
खेतों में जा कर फसल खराबा की ली जानकारी एवं किसानों को ऑनलाइन गिरदावरी के लिए प्रेरित किया
लसाडिया क्षेत्र में ग्रामीणों से संवाद के दौरान उन्होंने फसल खराबा की जानकारी ली एवं ऑनलाइन गिरदावरी को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजलक्ष्मी गहलोत स्वयं खेतों में किसानों के बीच पहुंची। इस दौरान उन्होंने गांव के विभिन्न खेतों में निरीक्षण कर किसानों को ऑनलाइन गिरदावरी की प्रक्रिया समझाई। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने खुद किसानों के साथ मोबाइल एप के माध्यम से गिरदावरी की और उन्हें इस कार्य के लिए प्रोत्साहित किया।
गहलोत ने कहा कि किसान गिरदावरी एप किसानों के लिए बेहद उपयोगी है। इससे फसल का सही रिकॉर्ड उपलब्ध होगा, जिससे कृषि विभाग, बीमा कंपनियां और सरकार को वास्तविक आंकड़े मिलेंगे। साथ ही किसानों को योजनाओं और बीमा का लाभ भी तेजी से मिलेगा।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने किसानों को बताया कि इस एप का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसान स्वयं अपनी फसल की जानकारी दर्ज कर सकें। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और किसान बिना किसी सरकारी मशीनरी की मध्यस्थता के अपनी जमीन पर उगाई फसल का सही विवरण दे सकेंगे। इस कदम से किसानों को योजनाओं का लाभ सीधे और समय पर मिलना सुनिश्चित होगा।
किसान ऐसे करें ऑनलाइन गिरदावरी
सबसे पहले किसान अपने एंड्रॉयड मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से किसान गिरदावरी एप डाउनलोड करें। इसके बाद जनाधार नंबर डालकर लॉगइन करना होगा। ओटीपी से सत्यापन होने के बाद किसान अपनी लोकेशन चुन सकते हैं।
इस दौरान लसाडिया तहसीलदार रामजी लाल गुर्जर सहित अन्य उपस्थित रहे।








